क्या BSP में हो रही है ‘शादी’ पर सियासत, क्या साले की शादी की वजह से निकाले गए आकाश आनंद

नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी इन दिनों चर्चा में है. इसकी वजह किसी चुनाव में मिली उसकी जीत या हार नहीं है, बल्कि वरिष्ठ नेताओं पर हो रही कार्रवाई है. इस साल इसकी शुरुआत 12 फरवरी को अशोक सिद्धार्थ के निष्कासन से हुई. अशोक सिद्धार्थ कोई और नहीं बल्कि उस आकाश आनंद के ससुर हैं, जिन्हें बसपा प्रमुख मायावती ने अपना उत्तराधाकिरी घोषित किया था.
मायावती ने दो मार्च को आकाश आनंद को भी नेशनल कोऑर्डिनेटर और अन्य पदों से हटा दिया था. इसके अगले दिन उन्हें बसपा से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. बसपा ने अशोक सिद्धार्थ पर पार्टी में गुटबाजी को हवा देने का आरोप लगाया. वहीं आकाश आनंद पर अपने ससुर के सह पर काम करने का आरोप लगा. लेकिन जानकार बता रहे हैं आकाश आनंद पर कार्रवाई का कारण बनी है, एक शादी. लेकिन शादी को लेकर पार्टी से बाहर होने वाले आकाश आनंद बसपा के अकेले नेता नहीं हैं. आइए जानते हैं कि शादी पर बसपा ने कब-कब सियासत की है.
आकाश आनंद का सफर
आकाश आनंद की शादी अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉक्टर प्रज्ञा से मार्च 2023 में हुई थी.वहीं आकाश के साले की शादी सात फरवरी को आगरा में हुई. सूत्रों का कहना है कि मायावती ने अपनी पार्टी के नेताओं से इस शादी में जाने से बचने को कहा था. इसके बाद भी आकाश आनंद इस शादी में शामिल हुए. इसका परिणाम यह हुआ कि बसपा के कई दूसरे नेता भी इस शामिल हुए.
इनमें वैसे नेता शामिल थे, जो मायावती का वारिस बनने के बाद से आकाश आनंद से करीबी दिखा रहे थे. मायावती ने इसे शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा. उन्हें लगा कि अशोक सिद्धार्थ आकाश आनंद के साथ मिलकर उनके समकक्ष एक गुट खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं.